भारत एक विकासशील देश है जो लगातार प्रगति कर रहा है। लेकिन अब भी भारत के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र को विकास के पैमाने पर देखे तो वहां जमीन आसमान का अंतर नजर आता है। अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे कई पिछड़े इलाके हैं जहां पर शिक्षा, स्वास्थ्य जैसी मूलभूत आवश्यकताओं की कमी है। इन क्षेत्रों के विकास को सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर कई तरह की योजनाओं को लाया जाता है। ऐसी ही एक योजना है, PHC जिसे हिंदी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नाम से जाना जाता है। क्या आपको पता है की PHC Full Form In Hindi क्या है , PHC क्या है , PHC के क्या-क्या कार्य है? PHC के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की स्थापना की गई है जो ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करता है। आइए जानते हैं इस महत्वपूर्ण योजना के बारे में:-
PHC Full Form In Hindi
PHC Full Form “Primary Health Centre” होता है, इसे ‘Public Health Centre’ भी कहा जाता है। PHC Full Form In Hindi “प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र” होता है। PHC ग्रामीणों के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण योजना है और हर किसी की इसको जानकारी अवश्य होनी चाहिए। आइये जानते है PHC से जुडी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी।
PHC क्या है?
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की संकल्पना ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए की गई है। दरअसल, यह ग्रामीण इलाके के हेल्थ सेंटर होते हैं जिसकी देखरेख राज्य सरकारों के द्वारा की जाता है। जैसा कि आप जानते हैं, भारत की ज्यादातर आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में ही निवास करती है। ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं ना पहुंचने की वजह से कई लोग गंभीर बीमारियों की चपेट में आकर अपनी जानें गंवा देते हैं। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को सुनिश्चित करने के लिए और ज्यादातर आबादी तक स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच बनाने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को स्थापित किया जाता है। आप तो जानते ही होंगे कई ऐसे ग्रामीण क्षेत्र हैं जो बहुत ज्यादा पिछड़े हुए हैं तथा इनमें स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच नहीं है। ऐसे में PHC के जरिए उपचार केंद्रों को ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचाने का कार्य किया जाता है।
इन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ग्रामीण नर्स होती हैं जिन्हें आशा (Asha) के नाम से जाना जाता है। नर्सों का काम होता है लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाओं को पहुंचाना। इसके अलावा यह मरीजों के घर जाकर भी उनका उपचार करती हैं। लेकिन यदि मरीज की हालत ज्यादा गंभीर है व उसे ज्यादा इलाज की जरूरत हो तब उस मरीज को चिकित्सा अधिकारी के पास जांच के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में लाया जाता है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC Full Form In Hindi) को तेजी से बढ़ाने के पीछे राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन का भी हाथ है। वर्तमान समय में भारत में 23,391 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की उपस्थिति है। यदि बात करें इन PHC में काम करने वाले कर्मचारियों की तो इन केंद्रों में Nurse, पैरामेडिकल स्टाफ तथा चिकित्सा अधिकारी होते हैं। PHC के अंतर्गत बच्चों का टीकाकरण भी कराया जाता है। जो लोग PHC चलाने के इच्छुक हैं उनके पास MBBS की डिग्री होनी चाहिए। आइए जानते हैं PHC का इतिहास क्या रहा?
PHC का इतिहास
दरअसल, PHC की स्थापना के पीछे विश्व स्वास्थ्य संगठन या ‘World Health Organization’ का हाथ है। WHO के जरिए ही 1978 में यह घोषणा की गई कि लोगों की स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का हल करने के लिए तथा उन तक सस्ती व सुलभ स्वास्थ्य सेवाओं को मुहैया कराने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC Full Form In Hindi) की स्थापना की जानी जरूरी है। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक हर 30,000 की आबादी में एक PHC स्थापित किया जाना जरूरी है।
1978 में कजाकिस्तान के Alma-Ata में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल पर एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया गया था। इसी सम्मेलन में इस मॉडल को अपनाया गया इसीलिए इसे अल्मा अता घोषणा के नाम से भी जाना जाता है।
PHC क्या–क्या कार्य करता है?
PHC के अंतर्गत किए जाने वाले कार्य निम्नलिखित हैं:-
- स्वास्थ्य शिक्षा
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम
- बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण
- स्वास्थ्य कर्मचारियों को ट्रेनिंग देना
- स्वास्थ्य सहायकों को प्रशिक्षण प्रदान करना
- स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण प्रदान करना
- संग्रह तथा आवश्यक आंकड़ों को इकट्ठा करना
- चिकित्सा संबंधी देखभाल करना
PHC Focus
हमारे भारत में ज्यादातर सभी लोग Routine Medical Treatment पर ज्यादा ध्यान देते है। भारत में PHC के प्रमुख Concentration निम्नलिखित है –
जन्म नियंत्रण कार्यक्रम ( Birth Control Program )
PHC के तहत सेवाओं को वितरित करने ओर Tubectomy और पुरुष नसबंदी जैसी नसबंदी सर्जरी करवाने और संचालित करवाने के लिए जिम्मेदार है। PHC के तहत आने वाली ये सभी सुविधाए रियायती होती है।
गर्भवस्ता ओर संबंधित देखभाल ( Pregnancy and related Care )
PHC मुख्य रूप से भारत में ग्रामीण में गर्भवस्ता और प्रसव चिकित्सा देखभाल पर ही केंद्रित है। क्योकि आज भी गांव में लोग गर्भवस्ता की देखभाल के लिए डॉक्टर से सम्पर्क नहीं करते। जिस वजह से उन्हें बहुत सी परेशानियों का सामना करना है। कई बार तो नवजात की मौत तक हो जाती है।
शिशु टीकाकरण कार्यक्रम ( Infant Vaccination Program )
PHC में सेवा भी संचालित की जाती है। PHC में राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत नवजातों का टीकाकरण किया जाता है। जो आज के समय में बहुत जरूरी है। यदि नवजातों का टीकाकरण नहीं होता तो उन्हें बहुत सी बीमारियों का सामना भी करना पड़ सकता है।
महामारी विरोधी कार्यक्रम ( Anti Epidemic Program )
PHC प्राथमिक महामारी निदान और नियंत्रण केंद्र के रूप में भी कार्य करता है। जब भी देश में कोई स्थानीय महामारी फैल जाती है तो PHC के डॉक्टरों को निदान करने के लिए सिखाया जाता है।
आपात स्तिथि ( Emergency )
PHC अक्सर Medical Emergency के लिए दवाइयों जैसे रैबीज टीकाकरण प्रोग्राम आदि आयोजन करती है। क्योकि गांव के छेत्रो में ऐसी आम बात है .
PHC के कार्यक्रम
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अंतर्गत कई तरह के कार्यक्रमों को चलाया जा रहा है। आइए जानते हैं उनके बारे में:-
- शिशुओं का टीकाकरण: PHC टीकाकरण कार्यक्रम का संचालन करता है जिसके अंतर्गत नवजात शिशुओं को टीका लगाया जाता है।
- जन्म नियंत्रण कार्यक्रम: इस कार्यक्रम के अंतर्गत पुरुषों की नसबंदी जैसे सर्जरी आदि को करवाया जाता है जिससे जन्म नियंत्रण हो सके।
- गर्भावस्था से जुड़े कार्यक्रम: ग्रामीण क्षेत्रों में PHC गर्भवती महिलाओं के देखभाल के लिए कार्यक्रम का संचालन करता है। ग्रामीण क्षेत्रों में कई गर्भवती महिलाएं पर्याप्त देखभाल ना मिलने की वजह से अपने शिशुओं को खो देती हैं। ऐसे में यह कार्यक्रम सबसे उपयुक्त माना जाता है।
- आपातकालीन स्थिति से संबंधित कार्यक्रम: आपातकालीन स्थितियों के दौरान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC Full Form In Hindi) की जिम्मेदारी होती है कि वह लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं, दवाइयां तथा टीकाकरण पहुंचाएं।
- महामारी नियंत्रण कार्यक्रम: PHC के जरिए महामारी को नियंत्रित करने का कार्य किया जाता है। जब भी कोई नई महामारी आती है तो उस दौरान इस महामारी से निपटने के लिए वहां के स्वास्थ्य कर्मचारियों को ट्रेनिंग प्रदान की जाती है।
PHC के उद्देश्य और सिद्धांत
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य है, सभी लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदान करना। इसी लक्ष्य को हासिल करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कुछ तत्वों की व्याख्या की है। आइए जानते हैं वे तत्व कौन से हैं:-
- स्वास्थ्य विषमताओं को कम करना
- लोगों की जरूरतों के हिसाब से स्वास्थ्य सेवाओं का आयोजन करना
- सभी क्षेत्रों को एकीकृत करना
- हितधारकों की भागीदारी सुनिश्चित करना।
PHC के सिद्धांत इस प्रकार है:-
- स्वास्थ्य सुविधाओं का सामान वितरण:– इस सिद्धांत के अनुसार प्रत्येक समुदाय के स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान करने के लिए उनके बीच प्राथमिक देखभाल और अन्य सेवाओं का समान वितरण किया जाना जरूरी है।
- सामुदायिक भागीदारी:– राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देना।
- स्वास्थ्य विकास: स्वास्थ्य विकास के लिए प्रशिक्षित चिकित्सकों, नर्सों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को एक टीम के रूप में कार्य करना।
- प्रौद्योगिकी का उपयोग:– इस सिद्धांत के अनुसार समुदाय को सुलभ व बहुत सस्ती स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए चिकित्सा प्रौद्योगिकी प्रदान की जानी जरूरी है।
- बहु-अनुभागीय दृष्टिकोण: इसके अंतर्गत स्वास्थ्य क्षेत्र में हस्तक्षेप से ही स्वास्थ्य व्यवस्थाएं सुधर नहीं सकती। बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सुविधाओं का ध्यान रखना जरूरी है।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (F.A.Q)
PHC का क्या कार्य होता है?
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (PHC Full Form In Hindi) ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं की पहुंच सुनिश्चित करती है। इसके साथ ही यह बीमारियों की रोकथाम, लोगों को दवाइयां, टीकाकरण तथा उनका इलाज करने जैसी सुविधाएं प्रदान करती है।
PHC के प्रभारी कौन होते हैं?
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी के रूप में स्वास्थ्य अधिकारियों को नियुक्त किया जाता है जो कि इन केंद्रों के संचालन का ध्यान रखते हैं। PHC का संचालन करने के लिए जरूरी है कि चिकित्सा अधिकारियों के पास एमबीबीएस की डिग्री हो।
निष्कर्ष (Conclusions):
आज इस लेख में हमने जाना कि PHC क्या होता है? PHC Full Form In Hindi क्या है? PHC का क्या उद्देश्य है आदि। हमने आपको PHC से जुड़ी सारी जानकारी देने का हर संभव प्रयास किया है। अगर आप इसके अलावा कोई और जानकारी जानने को इच्छुक हैं, तो हमें Comment Section में बताएं। अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है तो इसे अपने दोस्तों के साथ इसे शेयर करना ना भूले।