NIOS Full Form In Hindi – NIOS क्या है?

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NIOS भारत का एकमात्र ऐसा Platform माना जाता है जहां पर छात्र निजी मोड में एडमिशन लेकर अपने आगे की शिक्षा पूरी कर सकते हैं। इस तरह NIOS बोर्ड में शिक्षा पूरी कर वे छात्र अन्य शिक्षा बोर्ड की तरह ही अपने आगे पढ़ाई को जारी रख अपना करियर संवार सकते हैं। क्या आपको पता है की NIOS Full Form In Hindi क्या है? इस बोर्ड की स्थापना मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा की गई थी। उस समय इसका उद्देश्य था समाज के गरीब और पिछड़े तबके के बच्चे और युवाओं को शिक्षा प्रदान करना, ऐसे में NIOS काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है। अगर आप उन छात्रों में से हैं जो NIOS में एडमिशन हासिल करना चाहते हैं तो इसके बारे में पूरी जानकारी हासिल करना जरूरी है। आइए जानते हैं NIOS के बारे में समस्त जानकारी हिंदी में।

NIOS Full Form In Hindi

NIOS Full Form “National Institute Of Open Schooling” और NIOS Full Form In Hindi “राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान” होता है।

NIOS क्या है?

NIOS एक शैक्षणिक संस्था है जो कि मुक्त और दूरस्थ माध्यम के जरिए स्नातक तथा अन्य स्तर की शिक्षा प्रदान करता है। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान को शुरू करने का उद्देश्य भारत में साक्षरता दर में वृद्धि करना था जिससे समाज में ग्रामीण व पिछड़े क्षेत्रों में रहने वाले लोग आसानी से अपनी शिक्षा हासिल कर सकें।

NIOS की स्थापना

बहुत से लोगों का प्रश्न होता है कि NIOS की स्थापना कब हुई? तथा इसकी स्थापना किसने की? तो हम आपको बता दें, इसकी स्थापना नवंबर महीने में साल 1989 में हुई। इसकी स्थापना का श्रेय भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) के द्वारा किया गया।

वर्तमान समय में NIOS बोर्ड भारत के करीब 21 क्षेत्रीय केंद्रों तथा चारों केंद्रों में फैला हुआ है। भारत में इसके 6351 शिक्षा केंद्र है। वही 31 शिक्षा केंद्र यूएई, कुवैत, बहरीन, नेपाल व सऊदी अरब आदि में संचालित किए जा रहे हैं।

NIOS के उद्देश्य क्या है?

  • NIOS का पहला उद्देश्य है भारत में साक्षरता दर में वृद्धि करना।
  • कई पिछड़े इलाकों में स्कूल और कॉलेज की व्यवस्था नहीं होती। ऐसे में राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्था (NIOS Full Form In Hindi) के जरिए उन क्षेत्र में औपचारिक शिक्षा मुहैया करवाई जाती है।
  • NIOS का पहला उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों को शिक्षा प्रदान करना है जो कि किसी वजह से अपनी औपचारिक शिक्षा पूरी नहीं कर पाए।
  • जो छात्र कक्षा 10वी और 12वीं में असफल होते हैं, उनके लिए भी NIOS on demand परीक्षा आयोजित करता है। ऑन डिमांड परीक्षा से छात्र उसी साल अपने 10वीं और 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी कर सकते हैं।

NIOS के Eligibility Criteria

राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्था (NIOS Full Form In Hindi) में एडमिशन का क्राइटेरिया काफी ज्यादा सरल होता है। इसमें कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के छात्र मूल रूप से प्रशिक्षण हासिल कर सकते हैं और वे 10वीं तथा 12वीं कक्षाओं के व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में भी एडमिशन ले कर अपनी शिक्षा पूरी कर सकते हैं। इसके साथ ही छात्रों को माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक स्तर की शिक्षा अपने मनपसंद पाठ्यक्रम को पढ़ने की सुविधा हासिल होती है।

  • NIOS में एडमिशन लेना पूरी तरह से बात मन भर करता है कि आप कौन सी कक्षा या फिर कौन से कोर्स में एडमिशन लेना चाहते हैं क्योंकि यदि आप दसवीं कक्षा में प्रवेश करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको आठवीं कक्षा पास करना जरूरी होता है साथ ही आपकी आयु 14 वर्ष से कम होनी जरूरी होती है।
  • वही जो छात्र 12वीं कक्षा में दाखिला लेना चाहते हैं, उनके पास दसवीं पास होने का सर्टिफिकेट होना जरूरी है तथा उनकी उम्र कम से कम 15 साल होनी चाहिए।

NIOS में एडमिशन की प्रक्रिया

NIOS में बहुत सारे छात्र एडमिशन लेना चाहते हैं। वर्तमान समय में इसमें माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्तर पर करीब 15,00000 बच्चे अपनी शिक्षा हासिल कर रहे हैं। NIOS बोर्ड द्वारा साल में दो बार परीक्षाएं आयोजित की जाती है जो नए छात्र इस बोर्ड में एडमिशन लेना चाहते हैं वह ब्लॉक 1 व अन्य ब्लॉक 2 में एडमिशन हासिल कर सकते हैं।

  • NIOS में एडमिशन लेने के लिए छात्रों को सबसे पहले खुद को पंजीकरण करवाना जरूरी होता है।
  • पंजीकरण के बाद आपको आवेदन फॉर्म भरना होगा। यह आवेदन फॉर्म ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों ही तरीकों से भरा जा सकता है।
  • जो छात्र ऑनलाइन आवेदन करना चाहते हैं उन्हें इसके ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर अपने मनपसंद पाठ्यक्रम में आवेदन करना होगा। जानकारी के लिए बता दें, NIOS कि Official Website https://www.nios.ac.in/ है।
  • वही जो छात्र किसी अन्य बोर्ड में असफल हुए हैं, वह On Demand Examination (ODE) में दाखिल होकर उनमें पास हो सकते हैं।

इसके साथ ही NIOS में छात्रों को शिक्षा के साथ ऑडियो, वीडियो और Self Learning Material भी प्रदान किए जाते हैं। NIOS में अकैडमी कोर्सेज में दाखिले जुलाई और अगस्त के महीने में शुरू होते हैं। वही Vocational Courses में एडमिशन पूरे साल भर जारी रहते हैं। इसके साथ ही NIOS के द्वारा सार्वजनिक परीक्षाएं साल में दो बार अप्रैल-मई और अक्टूबर-नवंबर में आयोजित किए जाते हैं। परीक्षाओं की घोषणा के 6 हफ्ते बाद इन परीक्षाओं के रिजल्ट को घोषित किया जाता है।

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NIOS के Assignments

NIOS Tutor Marked Assignment प्रस्तुत करता है जिसके तहत छात्रों को अपने चुने गए विषय पर 3 Assignment देने होते हैं। इन Assignement में 6 प्रश्न होते हैं तथा छात्रों का मूल्यांकन भी इन्हीं Assignment से पूरा होता है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (F.A.Q)

NIOS क्या है?

NIOS एक शैक्षणिक संगठन है जो कि मुक्त एवं दूरस्थ लर्निंग के जरिए छात्रों को शिक्षा मुहैया करवाता है।

NIOS की स्थापना कब हुई?

NIOS की स्थापना 1989 में हूई।

NIOS में एडमिशन के क्या फायदे और क्या नुकसान है?

NIOS के फायदे की बात करें तो यह आपको विभिन्न विषयों को चुनने में सहूलियत देता है। इसके साथ ही पिछड़े गांव और क्षेत्र के छात्र आसानी से इसमें दाखिला हासिल कर सकते हैं। इसमें वे छात्र भी दाखिला हासिल कर सकते हैं जो किसी कारणवश अपने आगे की पढ़ाई करने में सक्षम नहीं थे। इसका पाठ्यक्रम सीबीएसई के समान होता है। वही इसके नुकसान ना के बराबर है।

निष्कर्ष (Conclusions)

इस लेख के जरिए हमने आपको NIOS Full Form In Hindi? NIOS क्या होता है? NIOS कैसे काम करता है? NIOS की स्थापना कब हुई? NIOS का Assignment क्या है?, से संबंधित जानकारी देने का पूरा प्रयास किया है। हमें उम्मीद है आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी। अगर यह जानकारी आपको उपयोगी लगी है, तो इसे अपने मित्रों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर करना ना भूले। अगर आपके मन में कोई अन्य सवाल है तो हमें Comment Section में बताएं। हम आपको जवाब देने का हर संभव प्रयास करेंगे।

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