दोस्तो आप सभी जानते है कि हमारे देश मे हो रहे विकास, चाहे वह शिक्षा के क्षेत्र मे हो या फिर चिकित्सा के, रोड और सड़के बनवानी हो या कोई अन्य सरकार को पैसों की जरूरत होती है और सरकार के पास इसका एकमात्र स्रोत है Tax Collection. उन्हीं Tax Collection के द्वारा सरकार देश की उन्नति का कार्य करती है। जनता से Tax लेना, चाहे वह जिस भी रुप मे हो, सरकार का एकमात्र Income का स्रोत है इसलिए भारत में हर एक नागरिक को अपने आय का कुछ हिस्सा Income Tax के रूप में सरकार को देना आवश्यक होता है। क्या आपको पता है की TDS Full Form In Hindi क्या है? TDS क्या है? Form-16 क्या है? TDS कब जमा होता है?
हम अगर एक छोटा सा सामान भी ले, चाहे वह खाने पीने का ही क्यो न हो, हमे सरकार को उसके लिए भी Tax Pay करना पड़ता है। मगर क्या आपको इस बात की जानकारी है कि सरकार यह Tax हमसे कहा कैसे और किस रुप मे लेती है। इसीलिए दोस्तो आज के समय मे हमारे देश के हर नागरिक चाहे वह नौकरीपेशा हो या फिर व्यापारी सबको Tax के बारे सम्पूर्ण जानकारी होनी चाहिए।
आज के इस Post मे हम आपको एक ऐसे ही Tax जो कि है TDS Tax के बारे में बताएंगे जो सरकार के द्वारा वसूली जाती है। आज हम आपको बताएंगे कि TDS क्या है, यह क्यों काटी जाती है, TDS कितना प्रतिशत कटता है, TDS का Full Form क्या है? इन सारी बातों से जुड़ी सभी जानकारियों को प्राप्त करने के लिए Post को अंत तक जरूर पढ़े। तो चलिए शुरू करते है। –
TDS Full Form In Hindi
TDS को अंग्रेजी में “Tax Deduction At Source” कहते है और TDS Full Form In Hindi “स्रोत पर कर कटौती” कहते है। अगर आप भारतीय है और आप सरकार को Tax अदा करते है तो आपको भारत के Tax System की जानकारी अवश्य होनी चाहिए। अगर आप TDS Full Form In Hindi के अलावा TDS के बारे में और अधिक जानकारी चाहते है तो इस पोस्ट को जरूर पढ़े।
TDS क्या है?
जैसा कि हमने आपको उपर बताया कि TDS का पूरा नाम “Tax Deduction At Source” होता है अर्थात किसी स्त्रोत पर Tax के रूप में काटी गई रकम को ही TDS कहते है। TDS एक प्रकार से सरकार के द्वारा प्रत्येक वर्ष के बीच में Income Tax एकत्र करने का तरीका होता है। यह तब कटता है जब एक व्यक्ति के द्वारा दूसरे व्यक्ति को किए गए भुगतान के समय ही Government द्वारा Income Tax के रूप में TDS यानी “स्रोत पर कर कटौती” TDS Full Form In Hindi की जाती है।

सरकार को TDS Income Tax यानि आयकर विभाग द्वारा दिया जाता है और अगर समय पर TDS का भुगतान नहीं होता है तो सरकार द्वारा लगभग ₹100000 पर ₹200 का जुर्माना भी लगाया जाता है। दोस्तो यह हमारे भारत सरकार का राजस्व को प्राप्त करने का सबसे प्रमुख स्रोत है। TDS शुरू करने का प्रमुख उद्देश्य की स्त्रोत पर Tax लेना अर्थात किसी व्यक्ति को कोई आय होती है तो उस आय से Tax काटकर व्यक्ति को बाकी रकम दी जाए तो Tax के रूप में काटी जाने वाली रकम ही TDS है।
यह सरकार द्वारा Income Tax इकट्ठा करने का एक तरीका है जिससे सरकार शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य और मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रयोग करती है। TDS विभिन्न तरह के आय स्त्रोतों पर काटा जाता है जैसे कि Salary, किसी Investment से मिले Interest, Commission या फिर Consultant आदि पर। अब तक आप सभी यह बात समझ गए होगे कि TDS वह मुख्य माध्यम है जिसके द्वारा सरकार Tax एकत्र करती है। वैसे TDS हर जगह लागू नहीं होता है, Income Tax Department की तरफ से अलग-अलग Payments पर अलग-अलग सुझाव दिया गया है।
TDS कब जमा होता है?
TDS यानी की “स्रोत पर कर कटौती” (TDS Full Form In Hindi) हर 3 महीने में एक बार जमा किया जाता है। इस TDS Tax को जमा करने के लिए TDS Traces Portal Website पर जाकर TDS Tax Government के द्वारा निर्धारित की गई तारीख से पहले ही जमा करना आवश्यक होता है। अगर किसी कारणवश आपको TDS Tax को जमा करने में देर हो जाता है तो Income Tax Department के अधिनियम 1961 के Section 234 (E) के तहत आपसे प्रतिदिन 200 रुपए के हिसाब से Fine वसूला जाता है और यह Fine तब तक वसूल किया जाता है जब तक आप TDS Return File नही कर लेते है।
Online TDS कैसे जमा करे?
दोस्तो जैसा कि आप सभी जानते है कि आज का युग Computer का युग है, आजकल सारे काम Online ही हो रहे हैं, वह किसी तरह का Form भरना हो या किसी तरह का Tax जमा करना हो। इस प्रकार किसी भी प्रकार के Tax को जमा करने के लिए Income Tax के Office जाने की आवश्यकता नहीं होती है। आप इस Tax को Online भी भुगतान कर सकते है। इसके लिए बस आपको नीचे दिए गए Steps को Follow करना है।
Step 1: सबसे पहले आपको Browser में जाकर Income Tax के Official Website incometaxindiefiling.gov.in पर जाकर LogIn करे।
Step 2: LogIn करने के बाद User Name, मे आपको PAN Number और Password डालना है।
Step 3: User Name और Password डालने के बाद एक New Page खुलेगा। अब आपको Upload TDS के Option पर जाना है।
Step 4: इसके बाद आपसे पूछी गई सारी महत्वपूर्ण जानकारियों को अच्छे से दर्ज कर देना है।
Step 5: अब आपको अपना TDS Tax Pay करने के बाद भुगतान कर दे। इसके बाद अपना एक Digital Sign भी Upload कर दे।
Step 6: इन सारे Process को Complete करने के बाद लेनदेन की सारी जानकारी आपको आपके Registered Email ID पर भेज दिया जाएगा।
TDS Tax कब कटता है?
मै आपकी जानकारी के लिए बताना चाहुंगी कि सरकार के द्वारा TDS (TDS Full Form In Hindi “स्रोत पर कर कटौती”) एक निश्चित आय पर ही काटा जाता है, यदि निश्चित रकम से ज्यादा भुगतान नही किया गया है तो TDS नहीं काटा जाता है। उदाहरण के लिए जैसे Banks से मिलने वाले Interest, Commission, Rents, Salary भुगतान आदि TDS के अंतर्गत आते हैं, जब हम भुगतान करते हैं तो कुछ प्रतिशत पैसे काट लिए जाते हैं इसे TDS कटौती कहते हैं। इसके बारे में व्यक्ति को पहले ही बता दिया जाता है, जो संगठन एवं संस्था TDS की कटौती करता है उसे Deductor कहते है।
TDS को भुगतान मे कैसे लागू किया जाता है?
TDS “स्रोत पर कर कटौती” (TDS Full Form In Hindi) को भुगतान में विभिन्न प्रकार से लागू किया जाता है-
1. Commission Income: किसी भी व्यक्ति के दूसरे आय के साधन है तो वहां पर उस व्यक्ति को TDS भरना आवश्यक होता है जैसे Property Builder Contractor इत्यादि को अपने Income के आधार पर TDS Tax भरना अनिवार्य होता है।
2. Rental Income– किसी भी दूसरे Out Source Income से जो भी पैसे आ रहे हो उसे Income Tax Department को TDS का भुगतान करना जरूरी होता है।
3. Consultation Fees – अगर आपको किसी भी तरह के परामर्श या यूं कहे कि Enquiry Works से Income की प्राप्ति हो रही है तो उस Income पर TDS भरना आवश्यक होता है।
4. Salary – ये तो आप सभी लोग जानते है कि कर्मचारियों के Salary से भी TDS वसूला जाता है, यह Tax कर्मचारियों को नहीं भरना होता है या Company के द्वारा ही भर दी जाती है जो कि उनके Salary मे से ही भुगतान किया जाता है।
TDS Return हेतु Apply कैसे करे?
अगर TDS जमा करते हुए हर तिमाही में किसी व्यक्ति के द्वारा Advance में TDS (TDS Full Form In Hindi “स्रोत पर कर कटौती”) जमा हो जाता है तो वह व्यक्ति TDS Tax Refund का दावा कर सकता है। इसके लिए आपको बस नीचे दिए गए Steps को Follow करना है।
Step 1: इसके लिए आपको सबसे पहले TDS की Official Website पर जाना है।
Step 2: Official Website पर जाकर Login करना होगा और फिर ITR के विक्लप को Select करना है।
Step 3: ITR Form Download होते ही आप इसके द्वारा बड़ी ही आसानी से TDS Refund दाखिल कर सकते है।
Step 4: ITR Form में पूछी गई सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को अच्छे से भर ले और Documents को Upload करने के बाद Submit कर ले।
Step 5: इसके साथ ही ITR Form में सभी Details को भर कर Submit करने के बाद आपको विभाग के द्वारा एक Acknowledgement Receipt भी प्रदान की जाती है।
Form 16 क्या है?
Form 16 से तात्पर्य यह है कि यह एक तरीके का Certificate यानी की प्रमाण पत्र होता है जो यह प्रमाणित करता है कि Company के कर्मचारी के द्वारा TDS का समय पर भुगतान किया गया है, इस Certificate को Company अपने कर्मचारियों को जारी करती है।
Form 16 A क्या होता है?
Form 16A इस तथ्य को प्रमाणित करती है कि आपके द्वारा TDS सफलतापूर्वक जमा कर दिया है। यदि TDS Salary के अलावा किसी अन्य Out Source Income के माध्यम से भी Deduct किया गया है तो भी Form 16A का ही उपयोग किया जाता है, यह Form 16A Certificate को हर 3 महीने में लागू किया जाता है।
Form 26 (AS) क्या है?
दोस्तो अगर आप Tax Payer है तो आपको Form 26 (AS) के बारे मे जानकारी रखना आवश्यक है। आपके द्वारा पूरे साल में जितने भी तरह के Income Tax का भुगतान किए जाता है Form 26 (AS) के अंतर्गत उन सभी Tax का ब्यौरा दिखाया जाता है। इसके अंतर्गत अगर आपके द्वारा Advance Income Tax चुकाया गया हो तो Form 26 AS मे इसका विवरण प्रमाणित रहता है।
TDS से कैसे बचे?
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया है कि सरकार के द्वारा TDS एक निश्चित आय पर ही काटा जाता है, यदि निश्चित रकम से ज्यादा भुगतान नही किया गया है तो TDS नहीं काटा जाता है। यदि व्यक्ति की आय Income Tax छूट की सीमा से कम है तो वह अपने Employer से TDS Form जमा करके TDS नहीं काटने को लेकर कह सकता है।
TDS से क्या लाभ होता है?
यह TDS तब काटा जाता है जब Cash को Credit अथवा Cheque के माध्यम से Payment किया जाता है, इसके निम्नलिखित फायदे है-
1. TDS का सारा भुगतान Government Fund मे ही जाता है और इस से ही हमारा Yearly Budget बनता है। इसी Budget को सरकार के द्वारा हमारे देश के हर तरह के सरकारी कार्यो मे खर्च किया जाता है।
2. यह TDS Direct सरकार के पास ही जाती है, इसलिए इसका किसी भी Crime के अंतर्गत व्यय में खर्च होने की संभावना नही होता है।
3. यह TDS किसी भी तरह की Tax चोरी को रोकने के लिए काफी हद हद तक कारगर साबित होती है।
4. TDS का एक फायदा यह है कि इससे Tax Collection मे बढ़ोतरी होती है।
5. TDS सरकार के राजस्व का स्रोत है जो वह स्वास्थ्य, एजुकेशन, मानव कल्याण आदि पर खर्च करती है।
6. यह कर आसान तरीके से सरकार के संग्रह में जमा हो जाता है।
ये भी जरूर पढ़े:
Conclusion (निष्कर्ष): दोस्तों आज की Post में हमने आपको जानकारी दी TDS क्या है? TDS Full Form In Hindi क्या है? और इससे जुडी अन्य जानकारियो के बारे मे। मैं आशा करती हु की आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई होगी और आपको TDS से जुड़े सारे सवालों के जवाब भी मिल गए होगे। आपको हमारा ये Post कैसा लगा हमे जरुर बताएं। साथ ही अगर आपके पास इस विषय से जुड़ी कोई सवाल या जिज्ञासा है तो आप तो आप नीचे कमेंट करके पूछ सकते है। ऐसे ही और जानकारी वाले लेख पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट से जुड़े रहिये।