Simon Commission 1927 / साइमन कमीशन 1927 साइमन कमीशन भारत कब आया ? क्यों आया और क्यों भारतीयों ने इसका विरोध किया। जैसा हमे पता है की भारत के इतिहास से हमेशा प्रतियोगिता परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते है। आज के इस लेख में हम बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक के बारे में बात करने जा रहे है।
दोस्तों सन् 1919 में एक एक्ट आया था जिसमे इस बात की घोषणा की गई थी की ब्रिटिश सरकार हर 10 साल बाद भारत में हो रहे सुधारो की देख रेख करेगी और इस एक्ट के तहत एक आयोग की स्थापना की गई जिसको भारतीय विधिक आयोग के नाम से जाना गया और बाद में साइमन कमीशन कहलाया। क्या था साइमन कमीशन / Simon Commission, क्यों भारतीयों ने इसका ने इसका विरोध किया ? लाला लाजपत राय पर लाठीचार्ज क्यों किया गया और क्यों उनकी मृत्यु हो गई ये सब जानकारी इस पोस्ट में आपको मिलने वाली है।
साइमन कमीशन भारत कब आया ?
साइमन कमीशन 3 फरवरी 1928 को भारत में आया और इसका भारत में आने का मकसद ये था की ये भारत में हो रहे सुधारो की देखरेख करेगा और उसकी रिपोर्ट को ब्रिटिश सरकार को सौप देगा। इस कमीशन के चैयरमेन थे सर जॉन साइमन और इसी वजह से इसको साइमन कमीशन के नाम से जाना गया। यह कमीशन 7 सदस्यों का समूह था और सब के सब विदेशी थे। इसलिए ये कमीशन जहां भी गया वह पे इसका विरोध किया गया और काले झंडे दिखाए गए। ” Simon Go Back ” के नारे लगाए गए।
साइमन कमीशन का विरोध
सन् 1927 के मद्रास अधिवेशन में साइमन कमीशन / Simon Commission के विरोध का फैसला लिया गया। इसलिए जब साइमन कमीशन / Simon Commission भारत आया तो भारतीयों ने इसका काले झंडो से स्वागत किया। जब यह कमीशन 30 अक्टूबर 1928 को लाहौर पहुंचा तो वहाँ पर लाला लाजपतराय के नेतृत्व में इसका विरोध किया गया। लेकिन पुलिस ने लाल लाजपत राय और बाकी युवाओ पे लाठीचार्ज कर दिया। लाला लाजपत राय को बड़ी बेरहमी के साथ पीटा गया जिस से वो बुरी तरह से घायल हो गए। 10 नवंबर 1928 को लाला लाजपत राय की मृत्यु हो गई | लाला लाजपत राय की मृत्यु के बाद भगत सिंह जैसे बाकी युवा भड़क गए और उन्होंने बदला लेने का फैसला लिया जिसके चलते सांडर्स की हत्या कर दी गई। उसके बाद भगत सिंह कोलकाता चले गए और वहाँ जाकर अन्य सेनानियों से मिले। दोस्तों अगर आपको साइमन कमीशन के बारे में और अधिक जानकारी चाहिए तो आप नीचे दी गई वीडियो को देख सकते है।
F.A.Q. Simon Commission
साइमन कमीशन भारत कब आया ?
साइमन कमीशन 3 फरवरी 1928 को भारत में इस मकसद ये था की ये भारत में हो रहे सुधारो की देखरेख करेगा और उसकी रिपोर्ट को ब्रिटिश सरकार को देगा।
भारतीयों ने साइमन कमीशन का विरोध क्यों किया?
इस कमीशन में कुल 7 सदस्य थे जो की ब्रिटिश पार्लियामेंट से थे। एक भी भारतीय सदस्य न होने की वजह से इस कमीशन का विरोध काले झंडे दिखाकर किया गया।
लाला लाजपत राय पर लाठीचार्ज क्यों किया गया?
लाला लाजपतराय लाहौर में साइमन कमीशन का विरोध कर रहे थे। जब यह कमीशन 30 अक्टूबर 1928 को लाहौर पहुंचा तो पुलिस ने लाल लाजपत राय और बाकी युवाओ पे लाठीचार्ज कर दिया। लाला लाजपतराय बुरी तरह से घायल हो गए|
लाला लाजपत राय की मृत्यु कब हुई?
10 नवंबर 1928 को लाला लाजपत राय की मृत्यु हुई।
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