दोस्तो आप सबने बहुत बार EPF शब्द के बारे मे जरुर सुना होगा, खासकर कि उन लोगो के मुंह से जो नौकरी पेशा करते है। मगर क्या आपको EPF के बारे मे कोई जानकारी है, क्या आपको पता है की EPF Full Form In Hindi क्या है? अगर नही तो चलिए आज हम आपको EPF के बारे में बताएंगे और साथ ही उस से जुडी अन्य जानकारियों का भी जिक्र करेंगे। ये सच है कि हर किसी को नहीं पता होता है कि EPF का क्या मतलब है। अक्सर काम करने वाले नौकरी पेशा लोग जो कि Office मे काम करते है, Employer उनके वेतन से EPF काटता है। लेकिन अक्सर लोग इन सवालों में Confuse होते हैं कि EPF क्या है, EPF की राशि कितने समय मे प्राप्त होती है, EPF के फायदे, इन सारे सवालों का जवाब हम आपसे इस लेख में साझा करेंगे। तो चलिए शुरू करते है।
EPF क्या होता है?
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दोस्तो यह सरकार के द्वारा चलाई गई योजना है जिसके द्वारा कर्मचारियों के भविष्य के लिए पैसे संचित किए जाते हैं। EPF कर्मचारियों के भविष्य के लिए होता है, जब वह Company से Retired हो जाते हैं तो यह जमा पूंजी में से कुछ हिस्सा उन्हें प्राप्त होता है। इस योजना के तहत वह Company शामिल होती है जिसके यहां 20 या फिर 20 से ज्यादा कर्मचारी कार्य करते है और उन कर्मचारियों का मासिक वेतन 15000 से कम है, यह योजना उनके लिए है। जिनका 15,000 से ज्यादा मासिक वेतन है उनके लिए यह अनिवार्य नहीं होता है लेकिन Company यह Scheme को Salary पर लागू कर देती है। यह Company के कर्मचारियों के मासिक वेतन 15000 से 21000 तक लागू है। वर्तमान समय में इस योजना को बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। इस योजना को EPF Act 1952 के तहत लागू किया गया था। इसमें Private Company के कर्मचारियों का EPFO मे Ragistration कराया जाता है। इसके अंतर्गत कर्मचारियों के वेतन में से कुछ हिस्सा हर महीने EPF में जमा किया जाता है जो बाद में कर्मचारियों के भविष्य मे Retirement के बाद उनको थोड़ा थोड़ा दिया जाता है, यह भी एक प्रकार का निवेश ही होता है।
EPF Full Form In Hindi क्या है।
EPF के बारे में बहुत सारे लोगो ने सुना जरूर होगा लेकिन आज ये भी जान लीजिये की EPF की Full Form क्या है। EPF की Full Form “Employee Provident Fund (EPF)” है और EPF Full Form In Hindi “कर्मचारी भविष्य निधि” हैं। EPF की कटौती क्यों की जाती है और EPF से एक कर्मचारी को क्या फायदा मिलता है इन सब बातो की जानकारी के लिए मेरे साथ इस लेख में बने रहिये।

Salary से EPF की कटौती
दोस्तो आपने EPF के बारे में तो जान लिया कि यह क्या होता है लेकिन इसके साथ ही आपका यह जानना भी बहुत जरूरी है कि कर्मचारियों के वेतन से कितना हिस्सा EPF के लिए काटा जाता है और कितना प्रतिशत इसमें सरकार का सहयोग होता है। तो इसमें कर्मचारियों के वेतन का 12% हिस्सा EPF के लिए काटा जाता है और 12% Company का योगदान होता है। कंपनी के इस 12% में 3.67% EPF के लिए और 8.33% EPS के लिए होता है। कर्मचारी का पूरा का पूरा योगदान यानी की 12% भविष्य निधि में जाता है।
इनके द्वारा योगदान | मासिक योगदान प्रतिशत |
कर्मचारी | 12% |
नियोक्ता/ कंपनी | 12%* |
कुल | 24% |
*कम्पनी के 12% के योगदान में 3.67% EPF व 8.33% EPS है।
EPF की राशि कितने समय मे प्राप्त होती है?
दोस्तो जहां तक EPF राशि प्राप्त मे होने मे लगने वाले समय की है तो यह राशि कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने के बाद यानी कि उनके Retirement के बाद प्राप्त होती है। कर्मचारी के Retirement होने के लिए 58 वर्ष की आयु सीमा निर्धारित की गई है। कर्मचारी के Retirement होने के बाद वह अपना EPF और EPS में जमा राशि निकाल सकता है। अगर कर्मचारी 58 साल के पहले कुछ राशि निकालना चाहता है तो वह 57 साल की उम्र में EPF का 90% हिस्सा निकाल सकता है, इस PF को Company छोड़ने के बाद ही पूरा निकाला जाता है लेकिन अगर कोई Emergency होती है तो इसके कुछ हिस्से को निकाला जा सकता है।
EPF को Transfer कैसे किया जाता है?
अगर आप किसी भी Company को छोड़कर नई Company में काम करने जा रहे हैं और अपने पुराने Company के लिए EPF को Transfer करना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको यह जानना आवश्यक है कि पैसे Transfer कैसे करते हैं। सबसे पहले EPF Transfer करने के लिए Form Number 13 भरना होगा जो अधिकांश Company Job के Joining के Time Joining Kit के साथ दिया जाता है। इसके साथ ही आपको दो मुख्य बातों का ध्यान रखना आवश्यक है कि पहले तो नए EPF Account में पैसे Transfer हो जाएं और दूसरा EPS का Transfer भी हो जाए। आप इन सारी गतिविधियों को EPFO के Member Service Portal पर भी Check कर सकते हैं।
EPF के फायदे
EPF के बहुत सारे फायदे हैं जो Retirement होने के बाद कर्मचारियों को प्राप्त होती है। इसके कुछ फायदे इस प्रकार हैं
1. इस योजना में कोई भी बाधा या रिस्क नहीं होता है इसमें राशि सरकार के निगरानी में जमा होती है जिसका देखभाल स्वयं सरकार के हाथों में होता है।
2. इसमें कर्मचारियों को EPF राशि निकालने और जमा करने में कोई भी टैक्स नहीं अदा करना होता है।
3. EPF में धनराशि का Return Amount बिल्कुल Tax Free होता है।
4. EPF में कम से कम 8 से 9% ब्याज मिलता है लेकिन यह ब्याज दर हर 3 महीने में बदलती रहती है।
5. EPF कर्मचारी के अलावा इसे Nominee Member भी निकाल सकता है।
6. इसके साथ ही इस बात का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है कि अगर कोई कर्मचारी 5 साल से पहले EPF में जमा पैसे निकाल लेता है तो फिर उस कर्मचारी को EPF से संबंधित Tax Savings में कोई भी लाभ नहीं मिलेगा।
EPF के Rules
दोस्तो EPF के अपने कुछ नियम कायदे होते जिसके अंतर्गत वह काम करता है। जो कि निम्नलिखित है। –
1.यदि कोई कर्मचारी अपनी जमा की हुई राशि या Contact Number नहीं निकाल पा रहा है तो इसकी शिकायत की जा सकती है।
2. अगर कर्मचारी की तरफ से KYC Update है परंतु कर्मचारी अपना Passbook Details नहीं देख पा रहा है तो इसकी शिकायत की जा सकती है।
3. अगर किसी कर्मचारी को उसका UAN Number नहीं दिया जा रहा है तो या आपको EPF के बारे में कोई जानकारी नहीं दे रहा है तो इसकी शिकायत करें।
EPF Grivence के अंतर्गत शिकायत कैसे दर्ज करे?
EPF में जुड़ी सारी बातों की जानकारी हर एक कर्मचारी को होनी चाहिए, इससे संबंधित छोटी से बड़ी हर एक बात को जानने का हक हर एक कर्मचारी को है। इसी में EPF से संबंधित शिकायत हो तो उसे कहां करना है यह भी जानना आवश्यक है। यदि किसी कर्मचारी की हर महीने वेतन से EPF राशि काटी जा रही है या नहीं Employer की तरफ से पैसे जमा नहीं किए जा रहे हैं तो इस स्थिति में कर्मचारी शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए EPF के कुछ नियम होते है।
EPF के अंतर्गत शिकायत करने का तरीका
दोस्तो अब हम आपको बताते है कि आप EPF के अंतर्गत शिकायत कैसे दर्ज कर सकते है। वर्तमान समय में तो सारे काम Online हो रहे हैं और EPF के लिए भी आप Online शिकायत दर्ज करा सकते है। इसके लिए आप EPF के Official Website पर जाकर शिकायत कर सकते हैं। इसके साथ ही आप अपने पास के EPFO में भी जाकर शिकायत कर सकते हैं यदि कोई Offline यानी पत्र के द्वारा शिकायत कर रहा है तो उसे Company का नाम Address, Contact Number लिखना बहुत ही आवश्यक है।
EPFO क्या होता है?
दोस्तो ऊपर हमने आपको EPF के बारे मे बताया और अब हम आपको EPFO यानी की Employee Provident Fund Organisation के बारे मे बता रहे है। EPFO एक सरकारी संगठन है जिसका Full Form- Employee Provident Fund Organisation है। कंपनियों में कर्मचारियों के EPF खातों की देखरेख, रख रखाव इसी EPFO के द्वारा होता है। देश के हर राज्यों में एक EPFO Regional Office है। कोई भी Company इस EPFO संस्था में Ragistered होती है और यहीं से कर्मचारियों के PF खातों को Maintain किया जाता है। इसका मुख्य Office दिल्ली में स्थित है।

EPS क्या होता है।
दोस्तो EPF के साथ साथ आपका EPS के बारे मे जानना भी बहुत जरूरी है। EPS का Full Form “Employee Pension Scheme” होता है, हिंदी में इसे “कर्मचारी पेंशन योजना” कहते हैं। EPS, EPFO के द्वारा कर्मचारियों को दी जाने वाली एक सुरक्षा योजना है जो कर्मचारियों के Retired होने के बाद Pension के रूप में दिया जाता है। यह कर्मचारियों के EPF राशि से संबंधित होती है, यह EPS यानी Employment Pension SCHEME, EPFO से जुड़ी एक सरकारी योजना है इस खाते में कर्मचारी के वेतन का 8.3% वेतन संचित किया हुआ होता है जो कर्मचारी के 58 वर्ष की उम्र पूरी होने के बाद निकाला जाता है।
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प्रिये पाठको मैं आशा करती हूँ की मेरे द्वारा EPF के सम्बन्ध में दी गई जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी। आज के इस लेख में हमने जाना EPF क्या है, EPF Full Form In Hindi, EPF को कैसे निकाल सकते है, EPF में किसका कितना योगदान रहता है और EPS, EPFO क्या है। अगर आपको इनसे जुडी कोई और जानकारी चाहिए तो आप मुझे निचे कमेंट करके बता सकते है अगर आपको यह लेख जानकारी वाला लगा तो अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर कीजिये, साथ ही अगर आपके पास इस विषय से जुड़ी कोई सवाल या जिज्ञासा है तो आप वो भी हमें बता सकते है।