CBSE क्या है? CBSE और ICSE में अंतर जानिये हिंदी में…

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cbse full form in hindi

आपने CBSE बोर्ड का नाम तो ज़रूर सुना होगा, या फिर आपने CBSE बोर्ड से ही अपनी स्कूली शिक्षा पूरी भी की होगी। CBSE बोर्ड के जरिए साल भर में कई परीक्षाएं आयोजित की जाती हैं जिसमें कई विद्यार्थी शामिल होते हैं। इस वजह से आए दिन इस बोर्ड का नाम हमें देखने-सुनने को मिलता है। क्या आपको पता है की CBSE Full Form In Hindi क्या है? CBSE क्या है? CBSE के क्या कार्य है?

बहुत से लोगों को यह नहीं पता कि CBSE Full Form क्या है?, CBSE क्या है? और इस बोर्ड का भारत के विद्यालयों से क्या सम्बंध है। अगर आप भी उनमें से एक हैं तो इस पोस्ट को जरूर पढ़ें। इस पोस्ट में हमने CBSE बोर्ड की पूरी जानकारी देने का प्रयास किया है। तो आइए जानते हैं CBSE बोर्ड के बारे में पूरी जानकारी हिंदी में:-

CBSE Full Form In Hindi

CBSE Full Form In English is “Central Board of Secondary Education” और CBSE Full Form In Hindi “केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड” होता है। CBSE भारत में एक बहुत ही Popular बोर्ड है जो विभिन्न परीक्षाओं का आयोजन करता है। CBSE के बारे में और अधिक जानकारी निचे दी गई है इसलिए इस लेख को पूरा जरूर पढ़े।

CBSE क्या है?

CBSE भारत सरकार का एक शिक्षा बोर्ड है जिसके अंतर्गत भारत के समस्त सरकारी और निजी स्कूल आते हैं। इस बोर्ड की स्थापना 3 नवंबर 1962 को की गई थी। उस दौरान इसका उद्देश्य था स्कूल, कॉलेज आदि में प्रभावशाली तरीके से छात्रों तक शिक्षा पहुंचाना। यह अपने इस उद्देश्य में कई हद तक सफल भी हुआ है।

CBSE बोर्ड केंद्र सरकार के अधीन आता है। भारत के सभी केंद्रीय विद्यालय, जवाहर नवोदय विद्यालय तथा निजी विद्यालयों में CBSE का संचालन किया जाता है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का Headquarter नई दिल्ली (New Delhi) में स्थित है।

CBSE के अधीन 897 केंद्रीय विद्यालय 480 जवाहर नवोदय विद्यालय तथा 14 सेंट्रल तिब्बतन स्कूल आते हैं। इसके अलावा CBSE का दफ्तर भारत के विभिन्न भागों में स्थित है। इसके दफ्तरों में इलाहाबाद, अजमेर, चेन्नई, पटना, भुवनेश्वर, पंचकूला, गुवाहाटी मुख्य है। बताया जाता है कि CBSE एक स्वायत्त संस्था है यानी कि यह अपने संचालन तथा खर्च के लिए केंद्र सरकार या किसी अन्य स्रोत पर निर्भर नहीं है।

कुछ समय पहले दिल्ली माध्यमिक शिक्षा बोर्ड का विलय केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में कर दिया गया था। यानी कि अब दिल्ली बोर्ड से मान्यता प्राप्त जितने भी शैक्षणिक संस्था है वे CBSE के अधीन हो जाएंगे।

CBSE का मुख्य उद्देश्य

  • छात्रों को तनाव मुक्त, गुणवत्ता युक्त तथा छात्र केंद्रित शिक्षा प्रदान करना।
  • शैक्षणिक गतिविधियों में गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए मानक विकसित करना।
  • राष्ट्रीय लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए गुणवत्ता युक्त शिक्षा के लिए योजनाएं सुझाना।
  • स्थानांतरण यह नौकरी वाले माता-पिता के छात्रों की शैक्षणिक अपेक्षाओं की पूर्ति करना।
  • परीक्षाओं के लिए पाठ्यक्रम का निर्धारण करना।

CBSE का इतिहास | History of CBSE

भारत के सबसे पहले शिक्षा बोर्ड के रूप में 1921 में उत्तर प्रदेश बोर्ड ऑफ़ हाई स्कूल एंड इंटरमीडिएट एजुकेशन की स्थापना की गई थी। 1929 में इस बोर्ड का नाम बदला गया और इसका नाम बोर्ड ऑफ़ हाई स्कूल एंड इंटरमीडिएट एजुकेशन राजपूताना किया गया। शिक्षा बोर्ड के निर्माण के बाद से ही माध्यमिक स्तर की शिक्षा प्रणाली में तेजी से विस्तार देखा गया जिस वजह से भारत के अन्य राज्यों में भी अपने आवश्यकता के अनुरूप शिक्षा बोर्ड का गठन किया गया।

1952 में संविधान में संशोधन किया गया और इस बोर्ड के कार्यक्षेत्र को बढ़ाते हुए इसका नाम बदलकर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE Full Form In Hindi) किया गया। हालांकि साल 1962 में दोबारा CBSE बोर्ड का पुनर्गठन किया गया।

CBSE का ध्येय वाक्य क्या है?

असतो मा सद्गमय यानी कि हे प्रभु! हमें असत्य से सत्य की ओर ले चले।

CBSE द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाएं

CBSE द्वारा 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं का निर्धारण तथा उनका आयोजन किया जाता है। आइए जानते हैं पूरे साल भर में CBSE द्वारा कौन सी परीक्षाएं आयोजित की जाती है:-

  • 10वी कक्षा के लिए अखिल भारतीय/दिल्ली स्कूल प्रमाण पत्र परीक्षा (मार्च)
  • 12वी कक्षा के लिए अखिल भारतीय/दिल्ली स्कूल प्रमाण पत्र परीक्षा (मार्च)
  • दसवीं और बारहवीं कक्षा के Compartment Exams (जुलाई से अगस्त)
  • All India Pre Medical Pre Dental Entrance (AIPMT)
  • अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (AIEEE) जिसे वर्तमान में JEE Main के नाम से जाना जाता है।
  • All India Pharmacy/Architecture Entrance Exams

इसके साथ ही CBSE को यदि अन्य परीक्षाओं का आयोजन के लिए चुना जाता है तो वे उन परीक्षाओं को भी आयोजित करता है।

CBSE के प्रमुख कार्य

जितने भी विद्यालय CBSE बोर्ड के अंतर्गत आते हैं, उनका निर्माण तथा उनकी प्रगति में एकरूपता लाने का कार्य CBSE के द्वारा किया जाता है। यह नीतियों का निर्माण करने का भी कार्य करता है। आइए यह जानते हैं, इसके अलावा यह कौन-कौन से प्रमुख कार्य करता है:-

  • राष्ट्रीय स्तर पर CBSE से संबंधित विद्यालयों के निर्माण की अनुमति प्रदान करना।
  • CBSE समय-समय पर विद्यालयों का निरीक्षण करता है जिससे उनमें सुधार के लिए नीतियों का निर्माण किया जा सके।
  • यह विभिन्न विद्यालयों के लिए पाठ्यक्रम का निर्धारण करती है।
  • निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार पाठ्य पुस्तकों का निर्माण CBSE बोर्ड द्वारा किया जाता है।
  • CBSE बोर्ड के छात्रों के मूल्यांकन तथा परीक्षा के लिए नियमों का निर्धारण करती है।

CBSE का विकेंद्रीकर

जैसे कि हमने पहले बताया CBSE ने कई क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित किए हैं। यह कार्यालय अजमेर, भुवनेश्वर, चेन्नई, पटना, पंचकूला, दिल्ली, इलाहाबाद, गुवाहाटी, देहरादून में स्थित है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE Full Form In Hindi) द्वारा अपनी शक्ति का विकेंद्रीकरण किया गया जिससे यह और भी प्रभावशाली ढंग से अपने कार्य को निष्पादित कर सके। यही वजह थी कि क्षेत्रीय कार्यालयों की स्थापना की गई ताकि क्षेत्रीय स्तर के विद्यालय में अपनी पहुंच सुनिश्चित कर सके।

क्षेत्रीय कार्यालय को भी कई शक्तियां हासिल है लेकिन वे ज्यादातर नीतिगत मामलों में मुख्यालय पर निर्भर है। क्षेत्रीय कार्यालयों में दिन प्रतिदिन के मामले, विद्यालयों से संपर्क करना, परीक्षा से पहले और बाद की व्यवस्था से संबंधित सभी कार्यों का निष्पादन किया जाता है।

CBSE और ICSE Board में अंतर

  • CBSE बोर्ड का Full Form होता है Central Board of Secondary Education जबकि ICSE बोर्ड का Full Form होता है “Indian Certificate Of Secondary Education.
  • केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE Full Form In Hindi) बोर्ड को भारत सरकार द्वारा Certified किया गया है जबकि ICSE बोर्ड को Certified नहीं किया गया।
  • CBSE बोर्ड ICSE बोर्ड के मुकाबले ज्यादा बेहतर माना जाता है क्योंकि जितने भी Competitive Exams होते हैं जैसे कि IIT-JEE, AIEEE, AIPMT सब में CBSE पाठ्यपुस्तकों से प्रश्न पूछे जाते हैं।

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निष्कर्ष (Conclusions):

इस तरह हम कह सकते हैं कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) भारतीय शिक्षण व्यवस्था की रीड की हड्डी की तरह है। यह भारतीय छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की व्यवस्था करती है। साथ ही उनके विकास के लिए भी नीतियों का निर्माण करती है। किसी अन्य बोर्ड के मुकाबले CBSE बोर्ड काफी ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इसीलिए CBSE बोर्ड के बारे में हमने इस पोस्ट के जरिए आपको जानकारी दी। तो दोस्तों, आज हमने जाना कि CBSE बोर्ड क्या है? इसके कार्य क्या है? इसके उद्देश्य क्या है?, CBSE Full Form In Hindi क्या है एवं इससे जुड़ी अन्य जानकारियों के बारे में। यदि आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो इसे अपने मित्रों के साथ शेयर जरूर करें।

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